The best Side of Shiv chaisa
The best Side of Shiv chaisa
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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
लिङ्गाष्टकम्
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन Shiv chaisa न आवै॥
शिव पूजा में सफेद चंदन, चावल, कलावा, धूप-दीप, पुष्प, फूल माला और शुद्ध मिश्री को प्रसाद के लिए रखें।
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कीन्ह दया shiv chalisa in hindi तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी